स्वाती सिंह

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। भारत से ही नहीं बल्कि उन्हें पूरी दुनिया से प्यार और अपनापन मिलता है। आज विश्व के हर देश के नेता प्रधानमंत्री मोदी के मुरीद हैं। प्रधानमंत्री मोदी के अथक परिश्रम, देश प्रति समर्पण और भारत के विकास के प्रति उनके दूरदर्शी सोच ने सबको अपना कायल बना दिया है। प्रधानमंत्री के कुशल और सक्षम नेतृत्व में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है और दुनिया को भी राह दिखा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में अमेरिका का दौरा करके भारत वापस लौटे हैं। अमेरिका में उनका जोरदार स्वागत हुआ और पूरा वॉशिंगटन मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा। जिस वक्त नरेंद्र मोदी अमेरिका में थे पूरी दुनिया की निगाहें उन पर थी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भी मोदी से बड़ी ही गर्जजोशी के साथ मिले।

ये वो ही नरेंद्र मोदी है की जिन्हें अमेरिका ने अपने देश में आने के लिए वीजा देने से मना कर दिया था, आज आलम ये है कि ना केवल दुनिया में प्रधानमंत्री मोदी के नाम का डंका बज रहा है, बल्कि दुनिया के बड़े देश उनकी नीतियों के मुरीद हो रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा, भारत और यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के बीच गहरी होती दोस्ती का नया अध्याय शुरू कर रही है। रक्षा हथियारों को लेकर रूस पर निर्भरता से अलग अब भारत ने अपने कदम अमेरिका की तरफ बढ़ाए हैं।

आज संयुक्त राज्य अमेरिका हमारे सबसे महत्वपूर्ण रक्षा भागीदारों में से एक बन गया है। भारत और अमेरिका अंतरिक्ष और समुद्र में, विज्ञान और अर्धचालक में, स्टार्टअप और स्थिरता में, तकनीक और व्यापार में, खेती और वित्त में, कला और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में एक साथ काम कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्मान और उनके बढ़ते कद का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है, अब तक दुनिया भर में उन्हें 13 सर्वाेच्च पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।

अमेरिका के सफल दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर 24 जून को मिस्र पहुंचे थे। यात्रा के दूसरे दिन यानी 25 जून को उन्हें राजधानी काहिरा में मिस्र के सर्वाेच्च राजकीय सम्मान से नवाजा गया। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ पुरस्कार से सम्मानित किया।
‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ मिस्र का सर्वाेच्च राजकीय सम्मान है। मिस्र ने 1915 में ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ की शुरुआत की थी। ये सम्मान उन राष्ट्राध्यक्षों, राजकुमारों और उपराष्ट्रपतियों को प्रदान किया जाता है जो मिस्र या मानवता को अमूल्य सेवाएं प्रदान करते हैं।

पिछले नौ साल के कार्यकाल में पीएम मोदी को कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं। यह 13वां ऐसा सर्वाेच्च राजकीय सम्मान है जो दुनिया भर के विभिन्न देशों ने प्रधानमंत्री मोदी को प्रदान किया है। प्रधानमंत्री ने पूरी दुनिया में देश का जो मॉडल स्थापित किया है, उससे दुनिया के अलग-अलग देश अभिभूत होकर उन्हे वहां का सर्वाेच्च नागरिक सम्मान देने के लिए उतावले रहते हैं।

इसके अलावा 2016 में प्रधानमंत्री को ऑर्डर ऑफ़ अब्दुलअज़ीज़ अल सऊद, सऊदी अरब का सर्वाेच्च सम्मान, स्टेट ऑर्डर ऑफ गाजी अमीर अमानुल्ला खान, अफगानिस्तान का सर्वाेच्च नागरिक सम्मान प्रदान किया गया।

2018 में ग्रैंड कॉलर ऑफ़ द स्टेट ऑफ़ फ़िलिस्तीन पुरस्कार, फिलिस्तीन द्वारा किसी विदेशी गणमान्य व्यक्ति को दिया जाने वाला सर्वाेच्च सम्मान, 2019 में किंग हमाद ऑर्डर ऑफ़ द रेनेसां, आखाती का सर्वाेच्च सम्मान, ऑर्डर ऑफ द डिस्टिंग्विश्ड रुल ऑफ निशान इज्जुद्दीन, मालदीव द्वारा किसी विदेशी गणमान्य व्यक्ति को दिया जाने वाला सर्वाेच्च सम्मान से नवाजा गया।

इसके अतिरिक्त वर्ष 2019 में रूस के सर्वाेच्च नागरिक सम्मान ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू का पुरस्कार, ऑर्डर ऑफ जायद अवार्ड, संयुक्त अरब अमीरात का सर्वाेच्च नागरिक सम्मान, ग्लोबल गोलकीपर अवार्ड, स्वच्छ भारत मिशन के लिए बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा सम्मानित किया गया।

साल 2020 में लीजन ऑफ मेरिट, संयुक्त राज्य सशस्त्र बलों द्वारा प्रदान किया जाने वाला एक पुरस्कार, 2021 में ऑर्डर ऑफ़ द ड्रुक ग्यालपो, भूटान का सर्वाेच्च नागरिक पुरस्कार एवं मई 2023 में कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ़ लोगोहू, पापुआ न्यू गिनी का सर्वाेच्च नागरिक पुरस्कार, कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी, प्रधानमंत्री मोदी के वैश्विक नेतृत्व की मान्यता में फिजी का सर्वाेच्च सम्मान के अलावा पलाऊ से इकबाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

(लेखिका- पूर्व मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेत्री)