प्रेरणाश्रोत को उपेक्षित न करो सरकार, दुष्यंत है पद्म विभूषण के हकदार
(जयंती पर विशेष)
अवनीश त्यागी आज हम भारतीय राजनीति के 'आजातशत्रु ' कहे जाने वाले भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री परम आदरणीय स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म शताब्दी वर्ष मनाने की शुरुआत कर चुके हैं। यह बड़े सौभाग्य का विषय है कि अपने देश भारत को लेकर जो स्वप्न अटल जी ने
— बृजनन्दन राजू आज की राजनीति में अधिकांश नेता जहां स्वार्थ के वशीभूत होकर निजी महत्वाकाक्षाओं के लिए अपने कद और पद का दुरूपयोग करते हैं उन्हें जनता भुला देती है लेकिन जो नेता राजनीति के आदर्श गुणों को अपने जीवन में उतारते हैं उसे युगों तक लोग
धर्मपाल जी लोकसभा की शीतकालीन सत्र में विपक्ष का विद्रूप दृश्य सबने देखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को इस अवसर पर राजनीति के श्लाका पुरुष अटल बिहारी वाजपेयी की वह 13 दिन की सरकार याद दिलाई। उन्होंने कहा, बाजार तब भी लगता था, खरीद-फरोख्त तब भी होती थी, लेकिन,
(अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसम्बर पर विशेष) उपेन्द्र नाथ राय भारत में जमीनी स्तर पर उतरकर विकास करने के जनक के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया जाएगा। भारत के लोग यह कभी नहीं भूल सकते कि अटल जी की सोच का ही परिणाम था, जिससे