लखनऊ। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर बुधवार को ‘स्वाती फाउंडेशन’ के तत्वावधान में आशियाना स्थित जोनल पार्क में योग शिविर कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस दौरान लोगों को योग के महत्व की जानकारी देने के साथ योगाभ्यास भी कराया गया। इस मौके पर उ.प्र. सरकार की पूर्व मंत्री एवं फाउंडेशन की अध्यक्ष स्वाती सिंह ने कहा कि योग भारत की देन है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय योग को देश और दुनिया में एक नई पहचान दी है।
उन्होंने कहा कि 21 जून, 2015, यही वो दिन है जब सारी दुनिया को उस ज्ञान को आत्मसात करने का मौका मिला जिसके लिए वो सदियों से लालायित थी। प्रधानमंत्री की पहल पर इस दिवस को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में पहचान मिली।
सारी दुनिया भारत के अनमोल ज्ञान को पाकर गौरव कर रही है। इस सुखद आभास को जीने वाला हर मानव, हृदय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को कोटि-कोटि नमन कर रहा है। प्रधानमंत्री की पहल एवं प्रेरणा से देश और दुनिया भर में आज योग पूरे मनोयोग से मनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि योग हजारों वर्षों से भारतीय मनुष्य के जीवन का अहम हिस्सा रहा है। जीवन शैली में शामिल योग लोगों को तन एवं मन से निरोग, ऊर्जावान और सकारात्मक सोच विकसित करने में बड़ी भूमिका निभाता आया है।
स्वाती ने कहा कि जीवन के अटूट हिस्से के रूप में योग आज अच्छी सेहत की जरूरत बन गया है। जीवनशैली के बदलाव नई-नई बीमारियों को आमंत्रित कर रहे हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि खुद को चुस्त-तंदुरुस्त रखने के लिए योग को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाया जाए।
इस वर्ष विश्वभर में 9वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2023 मनाया जा रहा है। इस वर्ष योग दिवस 2023 की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग’ रखी गई है। वसुधैव कुटुंबकम का अर्थ है- धरती ही परिवार है।
इस थीम का उद्देश्य धरती पर सभी लोगों को एक परिवार के रूप में स्वास्थ्य के लिए योग को अपनाना चाहिए।
इस मौके पर आचार्य पार्थ, वैभव, अक्षिता, रघुनाथ, आशु, अक्षत, अनुराग, अंकित, दीपक आदि शामिल रहे।