-अफ्रीकन यूनियन जी20 का स्थायी सदस्य बना

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शनिवार को जी20 शिखर सम्मेलन का आगाज भारत मंडपम में हो चुका है। प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत मोरक्को में आए 6.8 तीव्रता के भूकंप में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए की। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में पूरा विश्व मोरक्को के साथ है। पीएम मोदी ने अफ्रीकी यूनियन के आधिकारिक रूप से जी20 ग्रुप में शामिल होने का भी ऐलान किया। यूनियन के अध्यक्ष को गले लगाकर उन्हें बधाई भी दी। बता दें कि अफ्रीकी देश मोरक्को में भूकंप के कारण 800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 672 लोग घायल हुए हैं।

दुनिया को दिया सबका साथ-सबका विकास का मंत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर कहा कि ‘यह समय हम सभी को एक साथ मिलकर चलने का है! इसलिए, ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ का मंत्र हम सभी के लिए मार्गदर्शक बन सकता है। हमें मानव केन्द्रित दृष्टिकोण के साथ अपनी सभी जिम्मेदारियों को निभाते हुए आगे बढ़ना है। 21वीं सदी का ये समय पूरी दुनिया को नई दिशा दिखाने वाला और नई दिशा देने वाला एक महत्त्वपूर्ण समय है। ये वो समय है जब वर्षों पुरानी चुनौतियां हमसे नए समाधान मांग रही हैं।’

वैश्विक इकोनॉमी, आतंकवाद से निपटने के लिए साथ चलने की जरूरत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘वैश्विक अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल हो, नार्थ और साउथ का डिवाइड हो, ईस्ट और वेस्ट की दूरी हो, फूड, फ्यूल और फर्टिलाइजर का मैनेजमेंट हो, आतंकवाद और साइबर सिक्योरिटी हो, हेल्थ, एनर्जी और वॉटर सिक्योरिटी हो, वर्तमान के साथ ही आने वाली पीढ़ियों के लिए हमें इन चुनौतियों के ठोस समाधान की तरफ बढ़ना ही होगा।’
नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘कोविड-19 के बाद विश्व में एक बहुत बड़ा संकट विश्वास के आभाव का आया है। युद्ध ने इसको और गहरा किया है। जब हम कोविड को हरा सकते हैं, तो हम आपसी विश्वास में आए इस संकट पर भी विजय हासिल कर सकते हैं।’

अफ्रीकन यूनियन को जी-20 का स्थायी सदस्य बनाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘भारत की जी-20 प्रेसीडेंसी देश के भीतर और देश के बाहर समावेश और सबका साथ का प्रतीक बन गई है। भारत में ये पीपुल्स जी-20 बन गया है। करोड़ों भारतीय इससे जुड़े, देश के 60 से ज्यादा शहरों में 200 से ज्यादा बैठकें हुईं।’
उन्होंने कहा कि ‘सबका साथ की भावना से ही भारत ने प्रस्ताव रखा था कि अफ्रीकन यूनियन को जी-20 की स्थायी सदस्यता दी जाए। मेरा विश्वास है कि इस प्रस्ताव पर हम सबकी सहमति है। आप सबकी सहमति से मैं अफ्रीकन यूनियन के अध्यक्ष को जी-20 के स्थायी सदस्य के रूप में अपना स्थान ग्रहण करने के लिए आमंत्रित करता हूं।’ इसके बाद अफ्रीकी संघ (एयू) के अध्यक्ष अजाली असौमानी ने जी-20 का स्थायी सदस्य बनने पर अपना स्थान ग्रहण किया और प्रधानमंत्री मोदी ने यूनियन के अध्यक्ष को गले लगाकर बधाई भी दी।

भारत मोरक्को की करेगा मदद
मोरक्को भूकंप पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जी20 की कार्यवाही शुरू करने से पहले, ‘‘मैं मोरक्को में भूकंप के कारण हुए जानमाल के नुकसान पर अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं। हम प्रार्थना करते हैं कि सभी घायल जल्द से जल्द स्वस्थ्य हों। भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।”

दुनियाभर की नजरें भारत की ओर
बता दें कि 10 सितंबर तक चलने वाले इस समिट के लिए दिल्ली को दुल्हन की तरह सजाया गया है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मेहमानों के स्वागत और उनकी सुरक्षा के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं। इस खास सम्मेलन के दौरान दुनियाभर की नजरें भारत की ओर रहेंगी।
वहीं, जी-20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते गुरुवार (8 सितंबर) को भी विभिन्न देशों के जनप्रतिनिधियों के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी।प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, मॉरीशस के पीएम प्रविंद कुमार जुगनाथ के साथ द्विपक्षीय वार्ता में शामिल हुए।