लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित विश्विविद्यालय से उच्च शिक्षा की डिग्री हासिल की। इसके बावजूद उन्हें उन विकृतियों और सामाजिक कुरीतियों का सामना करना पड़ा, जो भारतीय समाज को सदैव कमजोर करती रही। मगर उनकी परवाह ना करते हुए वंचितों की आवाज बनकर तथा उन्हें अपनी आवाज की धार देकर उनकी लड़ाई को लड़ने का कार्य किया। उसी का प्रभाव है कि पूरा देश सदैव कृतज्ञ भाव से उन्हें नमन करता है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंबेडकर महासभा की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कहा कि बाबा साहेब के नाम पर राजनीति बहुत सारे लोगों ने की, मगर उनके सपनों को साकार करने का कार्य केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। उनसे जुड़े स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित करने का कार्य प्रधानमंत्री ने किया। चाहे महू हो, दिल्ली, मुम्बई, इंग्लैंड का वह भवन जहां रहकर उन्होंने उच्च शिक्षा हासिल की या नागपुर की दीक्षा भूमि, इन सभी स्थलों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित करने का कार्य किया गया।

उन्होंने कहा कि बिना भेदभाव के 80 करोड़ गरीबों को फ्री में राशन देने का कार्य हो, करोड़ों गरीबों को आवास देना हो, नि:शुल्क विद्युत कनेक्शन, उज्‍जवला योजना का लाभ, दस करोड़ से ज्यादा गरीबों को शौंचालय, 50 करोड़ से ज्यादा गरीबों को आयुष्मान योजना का लाभ और करोड़ों गरीबों को पीएम स्वामित्व योजना का लाभ मिला है। बाबा साहेब का ये सपना ये केवल नारों तक नहीं, बल्कि हकीकत के रूप में धरातल पर उतरा है।

श्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिना भेदभाव के हर गांव, हर गरीब, हर किसान, हर वंचित, हर दलित, हर शोषित व्यक्ति तक योजनाओं पहुंचाने का काम किया है। आज हर तबके को योजनाओं का लाभ मिला रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कर कमलों से बाबा साहेब स्मारक एवं सांसकृतिक केंद्र को बनाने का कार्य अब अंतिम चरण में है। बहुत जल्द अंबेडकर महासभा के पास अपना भव्य स्मारक होगा, जो पत्थरों का नहीं बल्कि बाबा सहेब के विचारों और उनकी प्रेरणाओं का केंद्र होगा।